
दस अति महत्वपूर्ण प्रश्न जिसका उत्तर जानने के लिए जिज्ञासु लगे है आप भी जानिये वे दस प्रश्न कौन से हैं ?
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१- ब्राह्माण्ड किस चीज का बना है?( What is the universe made of ? )
२- ब्लैक होल के उस पार क्या है ?( What is at the bottom of a black hole ? )
३- क्या ईश्वर का अस्तित्व है ? ( Does the existence of god )?
४- चेतना कैसे काम करती है ? ( How does consciousness wok ? )
५- हम सपना क्यों देखते है ? ( Why do we dream ? )
६- प्लेसेंबो इफेक्ट कैसे काम करता है ? ( Fake treatment,how placebo effect work ? )
७- मरने के बाद क्या होता है ? (What happens after we die ? )
८- क्या भूत होते है ? ( Do ghost exist ? )
९- ब्लड के ब्लड ग्रुप क्यों है ? ( Why blood types ? )
१०- पृथ्वी पर कितने तरह के जीव है ? ( How many kinds of creatures are ther on earth ? )
आइये आज 8 नम्बर के प्रश्न का उत्तर जानते है कि क्या भूत होते हैं ?
उत्तर ― जन साधारण की भाषा मे जो ” प्रेत ” शब्द का व्यवहार किया जाता है उसके अंदर अगणित घटित गोचर वस्तुएं होती हैं उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं।
1-किसी मनुष्य की अन्तरात्मा के साथ उसके सूक्ष्म शरीर मे वास्तविक सम्पर्क तथा एक आकृति के प्रकट होने या कोई शब्द सुनायी पड़ने द्वारा हमारे मन मे उसका प्रतिबिंबित होना।
2- किसी स्थान या क्षेत्र के वातावरण पर किसी दिवंगत मानव प्राणी के विचारों और भावनाओं की छाप लगायी हुये एक मानसिक रुपाकृति,जो वहां घूमती रहती है या बार बार प्रकट होती है, जब तक कि वह थक नहीं जाती अथवा किसी एक या दूसरे उपाय द्वारा नष्ट नहीं हो जाती।
3- निम्नतर प्राणिक लोक का कोई जीव, जो किसी जीवित मानव -प्राणी अथवा किसी अन्य साधन या करण द्वारा अपने को इतना काफी ठोस भौतिक बना लेता है कि दृश्य रुप में प्रकट हो सके अथवा सुनायी पड़ने वाली आवाज मे बोल सके या बिना इस प्रकार दिखलायी पड़े- भौतिक पदार्थों जैसे कि टेबिल कुर्सी को इधर उधर सरकावे अथवा दृश्य बनावे।
4- निम्नतर प्राणिक लोंको का कोई जीव जो किसी दिवंगत मानव प्राणी का छोड़ा हुआ प्राणमय कोष धारण कर लेता है, तथा उस व्यक्ति के रुप में और शायद उसके उपरितलीय विचारों तथा स्मृतियों के साथ प्रकट होता तथा क्रिया करता है।
5- छायाएं, जो स्वयं अपने मन की रुपाकृति होती है, तथा इन्द्रयों के सामने प्रत्यक्ष रुप धरे दिखलायी पड़ती हैं।
6- प्राणिक सत्ताओं द्वारा कुछ काल के लिए किसी व्यक्ति पर अधिकार, जो कभी कभी दिवंगत सम्बल होने का बहाना करती हैं आदि।
7- मरने के समय व्यक्तियों द्वारा प्रायः प्रक्षिप्त स्वयं उनकी विचार मूर्तियां, जो मृत्यु के समय या उसके कुछ घंटों बाद उनके मित्रों या सम्बंधियों के सामने प्रकट होती है।