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कल्पो ब्राह्ममहः प्रोक्तं।
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१५ निमेष = ०१ काष्ठा
३० काष्ठा = ०१ कला।
३० कला = ०१ मुहूर्त।
३० मुहूर्त = ०१ अहोरात्र।
३० अहोरात्र= ०१ मास।
०१ मास = पितरों का ०१ अहोरात्र।
३० मास= पितरों का ०१ माह।
३६० मास = पितरो का ०१ वर्ष।
१०० वर्ष = पितरों के ०३ वर्ष,०४ माह
०६ मास = ०१ दिन देवताओं का।/उत्तरायन
०६ मास = ०१ रात्रि देवताओं की।/ दक्षिणायन
३० वर्ष = ०१ माह देवताओं का।
१०० वर्ष= ०३ माह ,१० दिन देवताओं के।
३६० वर्ष = ०१ वर्ष देवताओं का।
३०३० वर्ष = ०१ वर्ष सप्त ऋषियों का।
९०९० वर्ष = ०१ वर्ष ध्रुव का।
३६००० वर्ष = १०० वर्ष देवताओं के।
३,६०,०००वर्ष = १००० वर्ष देवताओ के।
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NOW
4800 वर्ष देवताओं= 01 सतयुग।
3600 वर्ष देवताओं= 01 त्रेतायुग।
2400 वर्ष देवताओं= 01 द्वापर युग।
1200 वर्ष देवताओं= 01 कलियुग।
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कुल योग 12000 वर्ष देवताओं =01 महायुग।
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