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उत्पातलक्षणं – भाग 3
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पल्लयाः प्रपतने पूर्वं फलमुक्तं शुभाशुभं।
शीर्षे राज्यश्रियोअ्वाप्तिर्मौलौत्वैश्र्वर्यवर्धनम्।।
छिपकली यदि शरीर पर गिरे तो अंग विशेष पर गिरने पर उसका अलग अलग फल है। आचार्यों ने कहा है-
सिर पर गिरे – राज्य और लक्ष्मी की प्राप्ति।
मस्तक पर गिरे – ऐश्वर्य वृद्धि।
वायी भुजा पर – जय प्राप्ति।
दाहिनी भुजा पर – महान भय।
दक्षिण कोख पर – धन लाभ ।
वाम कोख पर – मृत्यु।
वाये हाथ पर – मित्र लाभ।
दाए हाथ पर – दरिद्रता।
उदर के वाये भाग पर -पुत्र प्राप्ति।
उदर के दाएं भाग पर – महान यश।
वाएं कटि भाग पर – मृत्यु।
दोनो घुटनों पर – मृत्यु।
वाएं पैर – पर शुभ।