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उत्पातलक्षण – भाग 4
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” गिरगिट के शरीर में चढ़ने का फल “
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फलं प्ररोहणे चैव सरटस्य प्रचारतः।
सर्वांगेषु शुभम विद्याच्छान्तिं कुर्यात्स्वशक्तिः।।
गिरगिट के चढने पर जिस स्थान तक वह चढ़े अन्तिम स्थान का ही शुभ अशुभ विचार करना चाहिए।
गिरगिट के चढ़नें का फल भी छिपकली गिरने के समान लेना चाहिए।
पर स्त्रियों के लिए फल विपरीत समझना चाहिए।