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कर्मफल के इस भाग मे हम कर्म विपाक के कुछ प्रश्नों के साथ छोड़ते हैं।
१- कुछ लोग समृद्धशाली पर मूर्ख क्यों ?
२- कुछ ज्ञान विज्ञान से सम्पन्न बुद्धिमान,और विद्वान होने पर भी दुर्गति मे पड़े दिखाई देते है ?
३- मनुष्यों में कुछ लोग दुर्गति युक्त अधिक क्लेश से पीड़ित, दान और भोग से वंचित, दुष्ट पत्नी द्वारा तिरस्कृत तथा सभी कामों मे विघ्न का ही दर्शन करनेवाले होते हैं ?
४-इस संसार में कुछ लोग जन्म से ही अन्धे दिखायी देते है कुछ लोग जन्म लेने के पश्चात उनकी आँखें नष्ट हो जाती हैं ?
५-कुछ लोग धन धान्य से सम्पन्न पर भोगहीन है, जबकि कुछ धन हीन होने पर भी भोग भोगते है ?
६-बूढ़े हो जाने पर भी जहां तहां से भोग और ऐश्वर्य प्राप्त कर लेते हैं, जबकि युवा पर रोगों से पीड़ित होने से असमर्थ हो जाते हैं ?
७-कुछ लोग रुपवान, प्रियदर्शन देखे जाते हैं, जबकि कुछ लोग कुरुप दिखाई देते हैं ?
८- कुछ लोग जो एक बार सुनकर याद कर लेते हैं, कुछ को यत्न करने पर भी शास्त्र ज्ञान और बुद्धि से बहिष्कृत दिखाई देते हैं ?
९-एक ही मां बाप की संतान ( डी एन ए एक) बुद्धि गणक मे अलग अलग,रुप रंग में अलग अलग, अन्धे भी और आँख वाले भी, एक संतान सामान्य जबकि दूसरी टेढ़े मेढ़े अंगोवाली,कुबड़े, बौने और लूले दिखाई देते हैं ?
१०- भूमण्डल के मनुष्य पापकर्म करके निवारण के लिये प्रायश्चित करते क्यों दिखाई देते हैं ?