December 31, 2018

कर्मफल (भाग 5 )

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कर्मो का वर्गीकरण (अ) प्रथम वर्गीकरण 1-कायिक माने शारीरक कर्म ,2- वाचिक कर्म माने वाणी के द्वारा किए गये कर्म, 3- मानसिक कर्म- मन द्वारा किये कर्म ।
(ब) द्बितीय वर्गीकरण :- 1-संचित कर्म, 2- प्रारब्ध कर्म, क्रियमाण कर्म ।
(स) तृतीय वर्गीकरण:- 1- द्रिध कर्म, 2- अद्रिध कर्म, 3- द्रिधदी द्रिध ।
(द) चतुर्थ वर्गीकरण:- 1- श्रेयस कर्म, 2- प्रेयस कर्म ।
प्रथम वर्गीकरण के अंतरगत :- शरीर से 3 प्रकार के कर्म १- दूसरों के प्राण नाश करना , २- चोरी करना , ३- परायी स्त्री से संसर्ग ।
वाणी से 4 प्रकार के कर्म:- १-मुँह से बुरी बात निकालना, २- कठोर बोलना, ३- चुगली करना, ४- झूठ बोलना ।
मन से 3 प्रकार के कर्म:-१- दूसरे के धन को लेने का उपाय न सोचना, २- समस्त प्राणियों के प्रति मैत्री भाव, ३- कर्मो का फल अवश्य मिलता है इस बात पर विश्वास । शेष का अगले भाग में।


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