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बृहस्पति बहुत विशाल ग्रह है तथा इनके कई उपग्रह हैं। इनकी मैग्नेटिक पूंछ 48 करोड़ किलोमीटर से भी लम्बी है। जिस भी ग्रह पर इनकी दृष्टि पड़ती है वे ग्रह भी शांति हो जाते हैं, उनकी अमृत दृष्टि है। अतः सम्बंधित भाव या ग्रह से सम्बंधित अनिष्ट या तो आते नही या आते ही समाप्त हो जाते है।
देवगुरु यूं ही नहीं कहलाते, गुरु की महिमा अपरम्पार है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अमोनिया या ऐसे तत्वों के आधिक्य के कारण वृहस्पति बहुत ठंडे है।शायद यही कारण है कि ग्रहों के स्पैक्ट्रम के हानिकारक भाग को ये शांत कर लेते हैं। वृहस्पति आशा के प्रतीक है इसी कारण एक कहावत है कि 12 साल मे तो घूरे के दिन भी बदलते है। गुरु 30 मार्च 2020 को मकर राशि में प्रवेश कर वहां 30 जून 2020 तक अर्थात तीन तक मार्गी फिर वक्री गोचर करेगा एवं अपनी नीच राशि में रहेगा। इसी राशि में 22 मार्च 2020 से लगभग 45 दिन मंगल अपनी उच्च राशि में भ्रमण करेगा, जबकि मकर राशि में पहले से ही 24 जनवरी 2020 से शनि देव अपने घर मे ढा़ई तक डेरा जमाकर बैठे हैं। अतः इन तीन ग्रहों मकर राशि में भ्रमण विभिन्न राशियों को क्या फल देगा समझते है।
जीव क्षेत्रें यदा शनिः शनि क्षेत्रे यदा जीवः।
स्थान हानि करौ जीवः, स्थान वृद्धि करौ शनि।।
वर्तमान स्थिति में अर्थात 30 मार्च 2020 से शनि क्षेत्र मे गुरु होगा जो हानि तो करेगा परन्तु शनि अपने घर मे एवं मंगल उच्च राशि में अच्छे फल भी देगा। आप हो सकता कहें कि कुछ समझ में नहीं आया तो इसे ऐसे समझे कि शनि दृष्टि से तोड़ने फोड़ने की प्रक्रिया हुई और फिर गुरु दृष्टि से पुनः पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। आईये अब राशि वार क्या प्रभाव होगा देखते हैं।
(१) मेष राशि :- धन हानि की संभावना है, संतान कष्ट, परन्तु मंगल को दशम भाव मे दिगबल प्राप्त होता है, जिसकी वजह से वो और अधिक प्रभावशाली होगें, उच्च राशिस्थ होने से कार्य क्षेत्र मे जबरदस्त लाभ उन्नति एवं स्वास्थ्य मजबूत होगा। ठीक वैसे ही जैसे ओपरेशन मे कष्ट और धनहानि पर स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
(२) वृष राशि :- भाग्य का साथ मिलेगा, प्रसन्नता मिलेगी, पिता की सेहत बिगड़ सकती है। प्रापर्टी खरीद सकते हैं। धन मे वृद्धि, संतान सुख, भाग्य में वृद्धि, सरकारी पक्षों से लाभ, कार्य में सफलता ,भाई से सुख सहायता एवं धार्मिक कार्यों में रुचि होगी।
(३) मिथुन राशि :- वालों को मंगल का गोचर अनुकूल नहीं होगा, इसलिए ध्यान रखें स्वास्थ्य मे गिरावट होगी। चोट लग सकती है , बवासीर रोग हो सकता है। पुत्र से विरोध होगा। पर आपका कर्ज चुक सकता है।
(४) कर्क राशि :- संयम रखें, झगड़े नहीं, व्यापार/ व्यवसाय में जबरदस्त लाभ, बिजनेस रफ्तार पकड़ेगा तथा धन की प्राप्ति होगी। वैवाहिक लोगों के सुख मे बढोत्तरी होगा। भागीदारी मे लाभ तथा सहयोग बढ़ जायेगा। यात्रियों मे सफलता तथा न्यायपूर्ण कार्यों में रुचि होगी।
(५) सिंह राशि :- विरोधी परास्त होंगे, पदोन्नति ,भाग्य मे बढ़ोत्तरी, वाहन सावधानी से चलाए। पेट और पाचन सम्बन्धी कोई रोग परेशान कर सकते है। धन बहुत ही समझ सोचकर खर्च करें। शत्रु पीड़ा पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
(६) कन्या राशि :- अप्रत्याशित लाभ ,लाभ-आमदनी वृद्धि, कंट्रक्शन से लाभ। सुख और आनंद मे वृद्धि, प्रत्येक कार्य में सफलता, पद व्यवसाय मे वृद्धि ,कोई स्थिर लाभ होगा।घर मे मांगलिक कार्य होगें, कार्यों में सफलता, सद्गुणों मे वृद्धि होगी।
(७) तुला राशि :- परिवार मे कुछ समस्याएं, माता का स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। मन मे अशांति, धन तथा कांति की हानि, विरोध, व्यर्थ विवाद, राज्य की ओर से तरह तरह के भय सतायेंगे।
(८) वृश्चिक राशि:- पराक्रम मे वृद्धि, निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी, दूरदर्शी सोच सफल होगी। सरकारी यंत्णाओं से आजीविका सम्बन्धी समस्या भी आ सकती हैं।
(९) धनु राशि :- तनाव व विवाद संभव ,रिश्ते बिगड़ सकते है, शिक्षा मे अच्छे नतीजें, इंजीनियर कर रहे छात्रों को सोने में सुहागा है। धन और मान प्राप्ति होगी, कुटुम्ब से सहयोग सुख समृद्धि होगी। विवाह सुख मिलेगा, कार्यों में सिद्धि, ख्याति प्राप्त होगी, तथा चल सम्पत्ति मे वृद्धि के योग हैं।
(१०) मकर राशि :- जन्म स्थान से दूर जाना पड़ सकता है ,यात्रा में कष्ट होगा, धन मान सम्मान में हानि होगी। अकारण भय ग्रस्तता, शत्रुओं मे वृद्धि। रोजगार/व्यवसाय मे विघ्न बाधाएं मानसिक व्यथा रहेगी। उग्र हो सकते हैं, प्रापर्टी खरीद सकते है या घर बदल सकते हैं।
(११) कुंभ राशि:- ट्रांसफर हो सकता है, खर्चे बढ़ेंगे, अनिद्रा हो सकती है।धन व्यय होगा, विश्वासघात भी हो सकता है ,उद्वेग का आधिक्य होगा।
(१२) मीन राशि :- व्यक्ति को संतान से लाभ होगा, उच्चाधिकारियों से भी लाभ होगा, जिससे मान सम्मान में वृद्धि व धन लाभ होगा।शत्रु परास्त होंगे तथा कार्यों मे सफलता प्राप्त होगी। व्यपार मे वृद्धि या नौकरी में पदोन्नति होगी साथ ही साथ शुभ कार्यो मे रुचि बढ़ेगी। योजनाएं पूरी, सामाजिक स्तर ऊंचा होगा पर किसी से झगडा भी संभव है।