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खुद को जानो
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यदि पूरी तरह से व्यक्ति ने स्वयं को जान लिया, अर्थात यदि ज्ञान की यात्रा पूरी हो गई, तो व्यक्ति ” चाहे तो जन्म ले, चाहे तो जन्म न ले “
कहा गया है ★ ज्ञानम् परांगति ★
24 तत्वों से निर्मित यह मानव शरीर 16 आत्माओं का समूह आत्मा हैं। यहाँ ये सवाल मन मे उठ सकता है कि अभी तक तो हम पंच तत्वों से निर्मित शरीर हैं जानते थे। पंच तत्व मूल तत्व नहीं है ,ये पंच तत्व तीन गुणों से बने है और ये तीनों गुण प्रकृति ने प्रदान किये गये । माया गुणवती होकर प्रकृति बनी तथा माया भगवान की चित् शक्ति है। प्रकृति अष्टधा होकर चौबीस तत्वों मे बदल जाती हैं। कोई भी एलीमेंट मूल तत्व नही है, जब सर्ग रचना मूल तत्वों से प्रारंभ होकर बहुत आगे तक बढ़ आती है तब इन रचना मे एलीमेंट का स्तर आता है, रचना क्रम मे यह स्तर पदार्थ की सूक्ष्म अवस्था है। साधारण व्यक्ति निसर्ग सुलभ साधनों से इसे जान नही पाता। ये चौबीस तत्व 24 आत्माएं हैं।
ये 24 आत्माओं का (अवतारों का) हिसाब 01 सृष्टि मे केवल 24 बार तथा एक कल्प मे भी 24 बार ही है ।
यह हिन्दू धर्म में भी रास्ते का हिसाब 24 अवतारों का है।
यह इस्लाम धर्म मे भी रास्ते का हिसाब 24 पैगम्बर का है।
यह बौद्ध धर्म मे भी रास्ते का हिसाब 24 बौद्धों का है।
जैन धर्म में भी अपने रास्ते का हिसाब 24 तीर्थंकर का है।
यहां ज्ञान की यात्रा पूरी होने पर आपको पूरी आजादी है आप चाहें तो जन्म लें , मोक्ष होकर विलय को पाये। क्योंकि आत्मा मे कोई कामना नहीं होती। विभिन्न धर्म में 24 विलक्षण आत्माओं के नाम निम्नलिखित हैं।
(अ) हिन्दू धर्म:-
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१- सनकादिक।
२- वाराह अवतार।
३- नारद मुनि
४- हंसावतार।
५- नर नारायण।
६- कपिल।
७- दत्तात्रेय।
८- यज्ञ।
९- ऋषभदेव।
१०- पृथु।
११- मत्स्यावतार।
१२-कूर्मावतार।
१३-धन्वन्तरि।
१४- मोहिनी।
१५- हयग्रीव।
१६- नृसिंहावतार।
१७- वामनावतार।
१८- गजेन्द्रमोक्ष।
१९- परशुराम।
२०-वेदव्यास।
२१- राम।
२२- श्रीकृष्ण।
२३- बुद्ध।
२४- कल्कि।
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जैन धर्म के २४ तीर्थंकर
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१-ऋषभदेव।
२- अजितनाथ।
३- संभवनाथ।
४-अभिनंदननाथ।
५- सुमितनाथ।
६- पद्यनाथ।
७- सुपार्श्वनाथ।
८- चन्द्रप्रभ।
९- पुष्प दंत।
१०- शीतलनाथ।
११- श्रेयांसनाथ।
१२- वासुपूज्य।
१३-विमलनाथ।
१४- अनंतनाथ।
१५- धर्मनाथ।
१६- शांतिनाथ।
१७- कुंसुनाथ।
१८- अहरनाथ।
१९- मल्लिकानाथ।
२०- मुनि सुब्रतनाथ।
२१- नेमिनाथ।
२२- पार्श्वनाथ।
२३- महावीर।
२४- अभिनंदन।
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इस्लाम धर्म की 24 आत्माओं/ पैगंबर
१- आदम।
२- इदरिस।
३- नूह।
४- हूद।
५- सालेह।
६- इब्राहिम।
७- लूत।
८-इस्माइल।
९- इशहाक।
१०- याकूब।
११- युसुफ।
१२-अयूब।
१३- शुऐब।
१४-मूसा।
१५- हाऊन।
१६- जुल्कीफली।
१७- दाऊद।
१८- सलेमान।
१९- ऐलयास।
२०- इलयास।
२१- युनूफ।
२२- जकारिया।
२३- याहया/ ईसा।
२४ मुहम्मद पैगम्बर।
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बौद्धों के रास्ते का हिसाब :-
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१- तहंकर।
२- मेधकंर।
३- सरकंकर।
४- दीपकंर।
५- कुण्डन।
६- मगंला।
७- सुमना।
८- रेवत।
९- सोभिता।
१०- अनोमदसी।
११- पदम।
१२- नारद।
१३- पदमुत्तरा।
१४- सुमेधा।
१५- सुजाता।
१६- पियादस्सी।
१७- अट्टहादस्सी।
१८- धम्मदस्सी।
१९- सिद्धार्थ।
२०- टीका।
२१- पूसा।
२२- विपस्सी।
२३- शिखी
२४- गौतमबुद्ध।
ईसाई और यहूदी धर्म इस्लाम से हैं ताओ आदि भी समान है।
लगातार………