February 25, 2019

ज्योतिष जानिये ― भाग 42

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किस तिथि में क्या करें क्या न करें, यदि यात्रा करना है तो क्या करे कि यात्रा शुभ और सुखद हो ?
उत्तर :- १- प्रतिपदा को कुम्हड़ा( कद्दू )न खाऐं एवं यात्रा करनी हो तो अर्क पत्र छूकर या देखकर जाये और जाते समय दही को थोड़ा खाकर जाएं।
२- द्वितीया तिथि को बिजौंरा, नींबू खाना वर्जित है। उबटन करना मना है। यदि यात्रा करनी हो घी.को खाकर जाएं एवं चावल धोया जल छूकर जाएं।
३- तृतीया तिथि को परवल न खाऐं, एव यात्रा आवश्यक होने पर भात खाकर जाए या घी छूकर।
४- चतुर्थी तिथि को बैंगन न खाये, यदि यात्रा करनी हो तो हलुआ खाकर,या जौ का सत्तू।
५- पंचमी तिथि को बेल न खायें।कहीं जाना हो तो पानी पीकर घर से निकले।
६- षष्ठी तिथि को निमकोरी और तेल का सेवन न करें। यदि दिन शनिवार हो तब तेल सेवन कर सकते हैं। यदि यात्रा करनी हो तब स्वर्ण प्रक्षालित जल छूकर जाएं।
७- सप्तमीं मे आंवला वर्जित है, यदि यात्रा करनी हो तो चना या पुआ खाकर जायें।
८- अष्टमी को मांस खाना वर्जित है, पर दुर्गाष्टमी को नहीं। यात्रा करनी हो तो शहद खाकर जायं या नींबू छूकर जायं।
९- नवमी तिथि को शेम्पू से स्नान नहीं। यदि यात्रा करनी हो तो गन्ने का रस पीकर या कमल जल छूकर जायं।
१०- दशमी तिथि को फेशियल न करें। यात्रा यदि जरूरी हो तो गोमूत्र पीकर छूकर या देखकर जाय
११- एकादशी तिथि को उबटन नहीं करें यात्रा करना हो तो अदरक खाकर या जौ छूकर जायं।
१२- द्वादशी तिथि को यात्रा करना हो तो खीर खाकर जायं।
१३ त्रयोदशी तिथि को उबटन न करे यात्रा जरूरी होने पर गुड़ खाकर यात्रा करें।
१४- चतुर्दशी तिथि को क्षौरकर्म न करें अर्थात बाल न कटवाये आदि। लेकिन तीर्थ स्थल पर क्षौरकर्म कर सकते हैं। यात्रा करना जरूरी होने पर खीर खाकर जायं।
१५- अमावस्या तिथि को आंवले से स्नान न करें, स्त्रीसंसर्ग नहीं, पर दीपमलिका को स्त्री संग कर सकते हैं, यात्रा जरूरी हो तो तिल खाकर और मूंग छूकर यात्रा करें।

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