June 15, 2019

विश्व के प्रसिद्ध खगोलशास्त्री, ज्योतिषी एवं उनके विचार

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Famous Astrologers and Astronomers of world
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1 – Al Battani –  858AD -929AD
2- Al Farghani – 800C- 870C
3- Al Hagen – 965C – 1040C
4- Aflatoon – plato – 428BC- 348BC
5- Pythagoras – 570BC- 495BC
6- Omer Khayyam – 18may1048-04 december 1131
7- Nicolaus Copernicus– 19/12/1473-24/5/1543 Poland
8-Tycho Brahe – 14/12/1546- 24/10/1601
9- Johannes Kepler – 27/12/1571- 15/11/1630
10- Albert Einstein -14-3/1879-18/4/1955
11- Lalla charya– 720CE- 790CE
12- Meghanad Saha– 6/10/1893-16/2/1956
13- Subrahmanyam Chandrashekhar – 19/10/1910-21/08/1995
14- Varahamihir- 500CE- 600CE
15- Hipparchus – 190BC- 120BC
16- Claudius Ptolemy– 100AD- 170AD
17- Cicero – 106BC- 43BC
18- Aryabhatt– 476BC-550BC
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क्या कहना है प्रख्यात खगोलशास्त्री और ज्योतिषियों का :-
१- पाइथागोरस– पाइथागोरस का विचार था कि साधुता का पालन करने पर आत्मा का जन्म उच्चतर लोकों में होता है और दुष्कृत्य आत्माएं निम्न पशु आदि योनि मे जाती हैं।
२- सुकरात :- मृत्यु स्वप्न विहीन निद्रा है और पुनर्जन्म द्वार है।
३- प्लेटो* अफलातून*– कामना या कर्म ही पुनर्जन्म का कारण है ,मनुष्य अपने पूर्व जन्मों को याद कर सकता है।
४- प्लूटार्क तथा सालोमन:- सभी कर्मफल पुनर्जन्म पर आस्था रखते हैं।
५- प्लाटिनस:- मानना था यदि नैतिक गुणों से जीवन यापन न करने पर मनुष्य मृत्यु उपरांत वृक्ष तक बन सकता है जो स्त्री की हत्या करता है अगले जन्म मे स्त्री ही बनेगा।
६- आर्फयूस :- पापमय जीवन बिताने पर आत्मा घोर नरक मे जाता है और पुनर्जन्म के बाद पशु तथा कीट के शरीरों मे रहना पड़ता है।
७- कैथाटिस्ट :- दुष्ट आत्मा को पशुओँ और यहां तक कि पत्थर जैसे जड़ पदार्थ की योनि धारण करनी पड़ सकती है।
८- क्रिस्टन वुल्फे :- आत्मा सूक्ष्म होता है और हमारे गुप्त कर्म ही हमारे जीवन का कारण है।
९- नावालिस :- जीवन है कामना और कर्म है उनके परिणाम।

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