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१५मई-१५जुलाई२०२०(२माह) जनता जनार्दन को और १५अगस्त-१५अक्टूबर २०२०(२ माह ) देश और राजनेताओं को अशुभ है।
” वक्री ग्रह और जगत पर प्रभाव “
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माह – मई 2020 मे गोचरीय वक्री ग्रह
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शनि→११मई२०२० – २९/०९/२०२० तक वक्री।
शुक्र →१३मई २०२०- २५/०६/२०२०तक वक्री।
गुरु → १४ मई२०२०- १३/०९/२०२० तक वक्री।
आकाश में जब कोई ग्रह वक्री होता है तो उस काल में जन्मे सभी प्राणियों मनुष्य, पशु,पक्षी,जलचर,कीट,वृक्षादि पर एवं सम्पूर्ण भूमंडल पर समान रुप से प्रभाव पड़ता है। यदि कोई ग्रह वक्री हो और वह दो राशियों का स्वामी हो तो दो गुणा प्रभाव पड़ता है। जब दो ग्रह वक्री हो जाते है तो वे अमिट छाप छोड़ जाते हैं। यहां तो तीन तीन ग्रह और तीनों दो दो राशियों के स्वामी हैं अतः छः भावों को प्रभावित करेंगे और आप भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकतें।
प्रभाव शुभ होगा या अशुभ होगा इसके लिए कहा गया है कि →
|| वक्री क्रूरा महाक्रूराः,वक्रा शुभा महाशुभाः ||
जब क्रूर ग्रह मंगल,शनि, बुध आदि वक्री होते है तो वे अति क्रूर अर्थात महापापी हो जाते है। इसी प्रकार यदि शुभ ग्रह वक्री हो जाए तो वे महाशुभ होकर विशेष फलदायी हो जाते हैं। यहां अभी शुक्र और गुरु शुभ ग्रह हैं, जबकि शनि, राहु, केतु अशुभ ग्रह हैं (विशेष राहु-केतु हमेशा वक्री ही चलते हैं) । अतः आप भी कम से कम 50% प्रभावित हो सकते हैं। क्योंकि द्वितीय विश्वयुद्ध में १३/०९/१९३९ में गुरु, शनि, मंगल,राहु-केतु समेत पांच ग्रह वक्री थें। महात्मा गांधी जी की हत्या के समय ३०/०१/१९४८ को भी शनि, मंगल, राहु-केतु सहित चार ग्रह वक्री थे। इसी तरह १५/०८/१९७५ को जब बृहस्पति वक्री हुआ तो बांग्लादेश के राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान की परिवार सहित नृशंस हत्या कर दी गयी थी।
आगे मई १५,२०२० से जून१७,२०२० के बीच पांच ग्रहों का एक साथ वक्री रहना तथा जून १८,२०२०से जून २५,२०२० के बीच छः ग्रहों का एक साथ वक्री रहना भी क्या प्रभाव डालता है, निश्चित ही सर्वत्र असंतोष, झगड़े और कलह देखने मिलेगी। यहां विशेष रूप से ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि ५जून२०२० को चन्द्रग्रहण तथा२१जून२०२० को सूर्यग्रहण भी अर्थात एक ही मास आषाढ़ मास की की शुरुआत पूर्णिमा तथा आषाढ़ की अमावस्या को दूसरा ग्रहण पड़ेगा एक मास मे दो ग्रहणों का प्रभाव भी छः माह के भीतर देखने को मिलेगा। ज्योतिषीय गणना मे यह समय हमें सितम्बर२०२० मे देखने को मिलेगा। सितम्बर१०,२०२० से सितम्बर१३,२०२० के बीच फिर पांच वक्री होगें जिसमे से चार पाप ग्रह एवं एक शुभ होगा। अतः किसी राजनेता की मृत्यु का समाचार, युद्ध जैसे हालात देखने को मिलेंगे।
अतः सितम्बर२०२० देश और राजनेताओं के लिए एवं मई-जून२०२० जनता जनार्दन के लिए अशुभ है। अतः धैर्य और संयम के साथ अपने-अपने धर्म का पालन करें । ईश्वर पर विश्वास करें उसका विशेष प्रकाश सदैव आपके चारों ओर मौजूद रहकर आपकी रक्षा कर रहा है।