June 5, 2021

Apara,Achala Ekadashi Special. Importance for Forgiveness.

 460 total views,  2 views today

*अपरा एकादशी*/*अचला एकादशी*
(ज्येष्ठ कृष्ण एकादशी )
द्वारा → श्रीब्रह्माण्डपुराण
********************************************
अपरा एकादशी का व्रत पाप से डरने वालों को करना चाहिए –
********************************************
अपरा एकादशी शुरु ५/६/२०२१ प्रातः ०४:०७ बजे
उदयाकालीन एकादशी ६/६/२०२१ सुबह ०६:१९
सूर्योदय प्रात: ०५:११बजे
एकादशी व्रत पारायण७/६/२०२१सुबह ०८:१० तक
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
*पाप*
↓↓↓
~ ब्रह्म हत्या करने वाला।
~ गोत्र का नाश करने वाला।
~ भ्रूण हत्या का पाप करने वाला।
~ दूसरों की निन्दा करने वाला ।
~ व्यभिचार करनेवाला।
~ झूठी गवाही देने वाला।
~ कम तौलने वाला।
~ वेद की निन्दा करनेवाला।
~मिथ्या शास्त्र का अभ्यास करनेवाला।
~बिना जाने ज्योतिष से छल करनेवाला।
~बिना जाने चिकित्सा करनेवाला।
~ जो शिष्य गुरु की निन्दा करता है।
अपरा एकादशी करने से क्या फल होगा?
↓↓↓
*कार्तिकपूर्णिमा* पर तीनों पुष्कर पर स्नान करने से जो फल होता है।
*मकरसंक्रान्ति* पर माघ मे प्रयाग मे स्नान करने से जो फल होता है।
*काशी* मे शिवरात्रि के उपवास से जो फल होता है।
*गया* मे पिण्ड दान करने से जो फल मिलता है।
*सिंहस्थ* गुरु होते गौतमी नदी स्नान कुंभ मे केदारनाथ दर्शन करने से जो फल मिलता है।
*बदरिकाश्रम* की तीर्थ यात्रा का जो फल मिलता है।
*कुरुक्षेत्र* मे सूर्य ग्रहण के समय जो दान देने का फल।
उपरोक्त सभी फलों के समान है अचला एकादशी का व्रत
उल्लेखित सभी महापापीयों को सदगति देता है अपरा एकादशी का व्रत।

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *