
*मंगल* साहस और पराक्रम का ग्रह सिंह राशि मे गोचर
२० जुलाई २०२१ को १७:५५ बजे से
०६ सितम्बर २०२१ तक १५:३८ बजे तक
विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा जानिये।
★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★
अच्छा प्रभाव → मिथुन , तुला, मीन राशि।
बुरा प्रभाव → वृष , कन्या , मकर राशि ।
मिला जुला प्रभाव निम्नलिखित राशियों पर
मेष,कर्क,सिंह, वृश्चिक, धनु, एवं कुंभ राशि।
★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★
【१】 मेष राशि :- विद्या ,बुद्धि, संतान के लिए शुभ परन्तु अपने लोगों से कलह, अनुचित चिंता, ज्वर आदि कष्ट संभव है।
【२】वृषभ राशि:-अप्रिय समाचार मिल सकता है, माता पिता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी, नौकरी छूट सकती है, स्थानांतरण संभव है, भाईयों के कारण कष्ट, पेट मे विकार संभव है।
【३】 मिथुन राशि :- किये प्रयास सफल होगें, बड़ा अनुबंध हो सकता है। सर्वत्र जय ,सफलता, धन प्राप्ति, वस्त्र आभूषणों की प्राप्ति आनंद, सुख, प्रसन्नता मिलेगी।
【४】 कर्क राशि :- पिछले प्रयास से उपलब्धियां मिलेगी, कार्यो का निपटारा होगा, धन वापसी होगी, अशुभ वाक्य सुनने को मिल सकते हैं वहस हो सकती है।
【५】 सिहं राशि :- रोजगार की दिशा में किये गए प्रयास सफल होगें, वाहन क्रय कर सकते हैं। मन के भीतर ही भीतर शोक और चिंता, उद्वेग, पित्त विकार ।
【६】कन्या राशि :- राशि से १२वां गोचरीय मंगल दुर्घटना करवा सकता है अतः गाड़ी संभल कर चलाएं। कोर्ट कचहरी के कामों मे न उलझे। धन हानि संभव है, अप्रिय समाचार सुनने को मिल सकता है, अनेक चिंताएं
【७】 तुला राशि :- मान सम्मान में वृद्धि होगी, प्रतिष्ठा की प्राप्ति, सफलता मिलेगी। धन लाभ, स्वास्थ्य लाभ, भूमि में वृद्धि होगी। सुख महसूस करेंगे।
【८】वृश्चिक राशि :- छात्रों के लिए अनुकूल, माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। खराब काम की ओर प्रवृत्ति होगी, कार्यो मे विध्न होगा कठिनाइयों का सामना।
【९】 धनु राशि :- नये अनुबंधों पर हस्ताक्षर करना पड़ेगा, दीनता महसूस होगी यह मजबूती पराजय जैसी लगेगी अतः गति में मन्दता होगी। अशक्ति/ निर्बलता।
【१०】 मकर राशि :-मानहानि, धननाश,विवाद, झगड़ा, चोट और घाव से पीड़ा हो सकती है। ज्वरादि रोग संभव
【११】 कुंभ राशि :- नया उपक्रम पूर्ण सफल , शादी वार्ता में विलंब , शादीशुदा व्यक्तियों की अपनी जीवन साथी से कलह ,कष्ट, नेत्र और उदर रोग उत्पन्न हो सकते हैं खानपान का ध्यान रखें।
【१२】 मीन राशि :- आपके किये गए कार्यों की सराहना होगी, विजय, धन लाभ, अनुकूलता होगी। रोग की शान्ति होगी। शत्रुओं से झगड़े मिट जायेंगे।