कर्म फल (भाग2) में अनेक भागीदार :-
माता-पिता, पुत्र , पति-पत्नी , देश का शासक, गुरु ये सब कर्मफल मे भाग पाते हैं।भले ही उस कर्म के...
माता-पिता, पुत्र , पति-पत्नी , देश का शासक, गुरु ये सब कर्मफल मे भाग पाते हैं।भले ही उस कर्म के...
“अवश्यमेव भोक्तव्यं कृतकर्म शुभाशुभं “ रामायण के अनुसार मनुष्य का कोई कर्म भले ही अज्ञानवश ही क्यों न किया हो...
भाग्य और कर्म जब जब साथ रहेंगे तब तब विजय सुनिश्चित है । लेकिन खाली भाग्य भरोसे बैठना ठीक नहीं...
कर्मो का वर्गीकरण (अ) प्रथम वर्गीकरण 1-कायिक माने शारीरक कर्म ,2- वाचिक कर्म माने वाणी के द्वारा किए गये कर्म,...
कर्मफल के द्वितीय वर्गीकरण मे:- (अ) संचित कर्म वे है जो पिछले दिनों मे हमने किये हैं पर उनका फल...
कर्म अनेक फल एक जैसे:- (१) खेत मे अन्न उत्पन्न करना है तो हमें घासफूस निकालना ,बोनी, सींचना,खाद देना, रक्षा...
कर्मो के लेखा जोखा रखने वाले भगवान श्री श्री १३८ चित्रगुप्त जी महाराज। कर्मफल प्रायः कालांतर मे ही मिलता है...
शुभ कर्मों को करने वालों की दुर्गति हो ही नहीं सकती ऐसा भी नही है। धर्मानुसार करते रहने से भी...
कर्म का नियम है कि जिस इन्द्रिय का आप दुरुपयोग करते है ,वह आपसे छीन ली जाती है। जो बहुत...