कर्मफल (भाग १३ )
जो कर्म करता है वही फल भोगता है। कर्म का फल भोगना ही पड़ता है, इतनी सीधी बात नहीं।जो कर्म...
जो कर्म करता है वही फल भोगता है। कर्म का फल भोगना ही पड़ता है, इतनी सीधी बात नहीं।जो कर्म...
इस भाग में आप फल प्राप्त होने पर सोचेंगे कि यह किस कर्म का फल है ,हमने तो कुछ किया...
अमुक व्यक्ति बहुत धर्मात्मा है, किन्तु उसको तो अभाव ही अभाव है तथा दुःख ही भोगना पड़ रहा है ।...
देवी भागवत पुराण( ९//२७//१८-२० ) मे कहा गया है जीव अपने शुभ कर्मो की सहायता से इन्द्रपद प्राप्त कर सकता...
भगवान ऋषभदेव जी ने कहा है कि यह देह क्षुद्र कर्मो के लिए नहीं है, तप द्वारा ब्रह्म सुख का...
【लोभ मोह धोखे के पुतरा, छले सभी क्या रोय दुखड़ा 】 आज हम ऐसे कर्म और फल की बात करेंगे...
कर्मफल के इस भाग मे हम कर्म विपाक के कुछ प्रश्नों के साथ छोड़ते हैं। १- कुछ लोग समृद्धशाली पर...
कर्म व्यवस्था में प्रकृति का गहरा हाथ है। वहीं इस पेचीदी व्यवस्था को निष्पक्ष रीति से सम्पन्न करती है। विश्व...
आपके कर्तव्य और अकर्तव्य की अवस्था में शास्त्र ही प्रमाण है, सो शास्त्र द्बारा नियत कर्म ही करना चाहिए। आचरण...
आज हम कर्मफल के इस भाग में कर्म और फल अर्थात कर्मयोनि और भोगयोनि को लेकर आप कृपया विचार जरूर...