ज्योतिष जानिये -भाग 14
योग :-^^^^^^^^अश्विनी नक्षत्र के आरम्भ से सूर्य और चन्द्र दोनों मिलकर 800 कला आगे चल चुकते है ,तब एक योग...
योग :-^^^^^^^^अश्विनी नक्षत्र के आरम्भ से सूर्य और चन्द्र दोनों मिलकर 800 कला आगे चल चुकते है ,तब एक योग...
नक्षत्र -2^^^^^^^^पंचक नक्षत्र१- धनिष्ठा२- शतभिषा३- रेवती४-पूर्वाभाद्रपद५-उत्तराभाद्रपद~~~~~~~~~~~~~~~~~दग्ध संज्ञक नक्षत्र :-^^^^^^^^^^^^^^^^भरणी नक्षत्र हो एवं रविवार होचित्रा नक्षत्र हो एवं सोमवार होउत्तरषाढा़ नक्षत्र...
नक्षत्र :-~~~~~जब चन्द्रमा सूर्य से १३ डिग्री २० अंश की दूरी पर होता है, उस विस्तार को एक नक्षत्र मानते...
वर्ष :- पृथ्वी की एक बार सूर्य सूर्य की परिक्रमा करने मे लगा समय वर्ष मान कहलाता है। ये ५...
अयन :-**********पृथ्वी अपनी घुरी पर भी 26डिग्री 28 अंश 52 कला झुकी हुई है, इसके कारण उसकी गति के मघ्य...
ऋतु :-^^^^^^सूर्य द्वारा 2 राशियों मे संचरण पूरा कर लेने का समय ऋतु कहलाती है। जो चैत्रमास आदि से आरम्भ...
मास :- जब चन्द्रमा सूर्य से 360 डिग्री आगे पहुंच जाता है तो एक मास कहलाता है।मास 4 प्रकार के...
पक्ष :-^^^^^^^^चन्द्रमा का सूर्य से १८० डिग्री का अंतर पक्ष कहलाता है। अतः सूर्य के पूरा चक्कर में दो पक्ष...
वार/ दिन :-~~~~~~~|~~~~~दिन की प्रथम होरा का जो स्वामी होता है, उस दिन का वार उसी ग्रह के नाम से...
तिथि :-~~~~~चन्द्रमा जब सूर्य से १२ डिग्री आगे पहुंचता है, तब एक तिथि पूरी होती है।चन्द्रमा की एक कला को...