अभाव से अस्तित्व की शुरुआत
अभाव माने कुछ न होना, अर्थात कुछ भी न होना , न ब्रह्माण्ड होना न अन्य गिलेक्सी न हम आप...
अभाव माने कुछ न होना, अर्थात कुछ भी न होना , न ब्रह्माण्ड होना न अन्य गिलेक्सी न हम आप...
“आत्मा वा>रे द्रष्टव्यः श्रोतव्यः मन्तव्यः निदिध्यासितव्यः “ आत्मा को देख सकते हैं, सुन सकते हैं, मनन कर सकते हैं और...
वृहदारण्यक उपनिषद मे वर्णन आया है कि स्वप्नावस्था मे यह जीवात्मा इस लोक और परलोक दोनो को देखता है, वहां...
” रिटर्न बैक पालिसी “ +++++++++++++++ यह बात कभी न भूलें कि हमारे रिश्ते रिटर्न बैक पालिसी की तरह होते...
कुंडली में सप्तम भाव स्त्री सुख का , अष्टम भाव यौन सुख का ,द्वादश भाव शय्या सुख का जबकि पंचम...
शास्त्र कहता है उपदेश न देने वाले आचार्य, वेद मंत्रो का उच्चारण न करने वाले ऋत्विज, कटु वचन बोलने वाली...
अमुक व्यक्ति बहुत धर्मात्मा है, किन्तु उसको तो अभाव ही अभाव है तथा दुःख ही भोगना पड़ रहा है ।...
आजन्म हमने पाप किया, अनुचरों तथा वंश भर से पाप कराया, पाप की सीमा हम लोगों ने तोड़ दी,यदि हम...
सिर ढकना माने यशस्वी होना:- ××××××××××××××××××××××××××××× कुछ लोग दूसरे के पास जाकर अपनी पगड़ी उतार कर रख देते हैं और...
कर्मफल ( भाग २६) ######### ” न हि मानुषात् परतरं हि कश्र्चित् “ मनुष्य से श्रेष्ठ दूसरा कोई कहीं किसी...