
महिलाओं के लिए वर्जित नहीं हनुमान साधना :―
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शास्त्रों में स्त्रियां भी पुरुषों की तरह हनुमानजी की उपासना कर सकती हैं और मंदिर जाकर प्रसाद चढ़ा सकती हैं। केवल लंबे अनुष्ठान करने मे प्राकृतिक बाधा आती है। उनके रजस्वला होने से अनुष्ठान खंडित हो जाता है और दूसरे पारिवारिक उत्तरदायित्व भी उनके लम्बे अनुष्ठान मे विघ्न डालते हैं।
अतः वे हनुमान चालीसा के प्रतिदिन ५/१० पाठ कर २०/१० दिन में १००पाठ का अनुष्ठान कर सकती हैं।
जो सतबार पाठ कर कोई। छूटहि बंदि महासुख होई।
अतः १०० पाठ कर अपने कष्ट दूर कर सकते हैं।