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कर्मफल (भाग 6)
कर्मफल के द्वितीय वर्गीकरण मे:- (अ) संचित कर्म वे है जो पिछले दिनों मे हमने किये हैं पर उनका फल...
कर्मफल के द्वितीय वर्गीकरण मे:- (अ) संचित कर्म वे है जो पिछले दिनों मे हमने किये हैं पर उनका फल...
कर्म अनेक फल एक जैसे:- (१) खेत मे अन्न उत्पन्न करना है तो हमें घासफूस निकालना ,बोनी, सींचना,खाद देना, रक्षा...
कर्मो के लेखा जोखा रखने वाले भगवान श्री श्री १३८ चित्रगुप्त जी महाराज। कर्मफल प्रायः कालांतर मे ही मिलता है...
शुभ कर्मों को करने वालों की दुर्गति हो ही नहीं सकती ऐसा भी नही है। धर्मानुसार करते रहने से भी...
अमुक व्यक्ति बहुत धर्मात्मा है, किन्तु उसको तो अभाव ही अभाव है तथा दुःख ही भोगना पड़ रहा है ।...
कर्मफल ( भाग २६) ######### ” न हि मानुषात् परतरं हि कश्र्चित् “ मनुष्य से श्रेष्ठ दूसरा कोई कहीं किसी...
“आत्मा का रहस्य“ ~~~~ क्रिश्चियन पुनर्जन्म मे विश्वास करते हैं। मृत्यु के बाद ईसा ने पुनर्जन्म लिया था। रुह का...