Tagged: कर्मों का फल

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कर्मफल -भाग 29

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ध्रुवबद्धं नक्षत्रं नक्षत्रैश्र्च ग्रहाः प्रति निबद्धाः।ग्रह बद्धं कर्मफलं शुभाशुभ सर्वजन्तूनाम ।।नक्षत्र ध्रुवों से बँधे हुये है, और नक्षत्रों के द्वारा...

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कर्मफल ( भाग २८ )

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” रिटर्न बैक पालिसी “ +++++++++++++++ यह बात कभी न भूलें कि हमारे रिश्ते रिटर्न बैक पालिसी की तरह होते...

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कर्मफल (भाग 3 )

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“अवश्यमेव भोक्तव्यं कृतकर्म शुभाशुभं “ रामायण के अनुसार मनुष्य का कोई कर्म भले ही अज्ञानवश ही क्यों न किया हो...

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कर्मफल (भाग 4 )

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भाग्य और कर्म जब जब साथ रहेंगे तब तब विजय सुनिश्चित है । लेकिन खाली भाग्य भरोसे बैठना ठीक नहीं...

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कर्मफल (भाग 5 )

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कर्मो का वर्गीकरण (अ) प्रथम वर्गीकरण 1-कायिक माने शारीरक कर्म ,2- वाचिक कर्म माने वाणी के द्वारा किए गये कर्म,...

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कर्मफल (भाग 6)

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कर्मफल के द्वितीय वर्गीकरण मे:- (अ) संचित कर्म वे है जो पिछले दिनों मे हमने किये हैं पर उनका फल...

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कर्मफल (भाग 7 )

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कर्म अनेक फल एक जैसे:- (१) खेत मे अन्न उत्पन्न करना है तो हमें घासफूस निकालना ,बोनी, सींचना,खाद देना, रक्षा...

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कर्मफल (भाग 8 )

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कर्मो के लेखा जोखा रखने वाले भगवान श्री श्री १३८ चित्रगुप्त जी महाराज। कर्मफल प्रायः कालांतर मे ही मिलता है...

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कर्मफल (भाग १५ )

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अमुक व्यक्ति बहुत धर्मात्मा है, किन्तु उसको तो अभाव ही अभाव है तथा दुःख ही भोगना पड़ रहा है ।...